


पेप्सिको ने भारत में अपनी कमाई बढ़ाने के लिए बड़ा प्लान बनाया है. कंपनी भारत में अपनी कमाई को बढ़ाना चाहती है जिसके लिए उसने 5 साल का प्लान बनाया है. कंपनी का मुकाबला कोका कोला और मुकेश अंबानी की कंपनी कैम्पा कोला से है. ऐसे में पेप्सिको ने अगले 5 साल में मुकेश अंबानी और कोका कोला को टक्कर देने के लिए कमर कस ली है.
पेप्सिको भारत एवं दक्षिण एशिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी जागृत कोटेचा के मुताबिक, कंपनी अगले पांच वर्षों में भारत में अपना राजस्व दोगुना करने का लक्ष्य लेकर चल रही है. कंपनी भारत को एक प्रमुख बाजार के रूप में देख रही है, जहां वह अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए आक्रामक निवेश कर रही है.
क्या है कंपनी का प्लान?
कोटेचा ने समाचार एजेंसी के साथ बातचीत में कहा कि भारत पेप्सिको के लिए वैश्विक राजस्व बढ़ाने में वृद्धि का इंजन होगा, क्योंकि यह कंपनी के लिए शीर्ष तीन बाजारों में से एक है, जहां वह दहाई अंक की वृद्धि दर्ज कर रही है. पेप्सिको खाद्य, नाश्ता और पेय उत्पाद पेश करती है. कोटेचा ने कहा कि पेप्सिको ने उत्तर प्रदेश और असम में नए संयंत्रों में निवेश किया है, जिसका उद्देश्य मांग से आगे रहना है. उन्होंने कहा कि कंपनी भारत में निवेश से पीछे नहीं हटेगी तथा दो और संयंत्र खोलने की योजना बना रही है, जिनमें एक संयंत्र दक्षिणी क्षेत्र में होगा.
दुनियाभर में बड़ा बाजार
कोटेचा ने कहा, हमारा मानना है कि भारत पेप्सिको के लिए वृद्धि का इंजन होगा और शीर्ष पंक्ति को आगे बढ़ाएगा. हां, यह उत्तरी अमेरिका जितना बड़ा नहीं है क्योंकि यह बहुत अधिक विकसित श्रेणी है. वर्तमान में, भारत पेप्सिको के लिए वैश्विक स्तर पर शीर्ष 15 बाजारों में शुमार है. कोटेचा को उम्मीद है कि देश रैंकिंग में ऊपर जाएगा, हालांकि उन्होंने कोई विशिष्ट अनुमान साझा नहीं किया.
भारत क्यों है जरुरी?
न्यूयॉर्क के हैरिसन में स्थित कंपनी के लिए भारत प्रमुख बड़े बाजारों में से एक है, जहां इसने 28 वर्षों के अंतराल के बाद 1990 के दशक में पुनः प्रवेश किया था. पिछले तीन साल में पेप्सिको ने भारतीय बाजार में करीब 3,500-4,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इसके अलावा, पेप्सिको की बॉटलिंग साझेदार वरुण बेवरेजेज लिमिटेड (वीबीएल) भी काफी निवेश कर रही है.